ई छी उसनल मोमो , चटनी के संग |
दिल्ली में अबय के बाद जे किछ चीज़ देख क झटका पर झटका लागल ओहि में आन चीज़ संगहि एकटा सामग्री हमेशा रहल । दिल्ली में भेटय बला खाद्य पदार्थ , नामे सब फ़ास्ट फ़ूड , त ओहिना हमरा सब एहेन सुलो मोसन के लेल त ओहिना ऊ सब एक टा अजगुते आइटम बनि जाइत अईछ । पहिल बेर , चाउमीन के प्लेट देख क चित्कार मारि कर कूदि उठलौं । ई की छी यौ ,बीच में बीच में पडल , बंधा कोभी आ शिमला मिर्च के कतरा सब जानल पहचानल छल ।मुदा ई मोटका डोरी सबके बीच में एकर ओकाइते की । खैर बाद में पता चलल कि , ई ताहि टाईम में कम्मे में बेसी भकोसय लेल एक टा कुल मिला ठीके ठाक आयटम छल । खैर , एकरा बाद बरगर , हॉट डॉग , कहू त गर्म कुकुर , नाम ने देखल जाऊ , आ किदैन कहादैन स पाला पडैतै रहल , अखनो पडि जाइत अईछ ।
किछ साल पहिलें स दैखैत छी त , सर्दी आ आब त गर्मियो में , ठेली लग मार धिया पुता , छौंडा ,बचिया सब , प्लेट भरि भरि क उसनल आइटम चटनी लगा लगा सुसुआ सुसुआ कर खा रहल अईछ ।नाम पता चलल मोमो । मोमो , इह , खैर जहन देखलौं त ई मोमो दू तरह सं देल जाय रहल छहल । एकटा उसनल ,जाहि द देखलियै त पता चलल कि भाप पर उसनल जाइत छै , आ एकटा तरल । दुन्नु संगे एकदम कउरू चटनी आ बुझायल जे बंधा कोभी के पात के उसनल पईन मसल्ला संगे , सूप जकां । एक दिन ई मोमो जी सेहो सामने आबि गेला । उसनल आ तरल दुनु । खेला पर देखलौं त ई मोमो जी के पेटो में उसनल बंधा कोभी भरल छल । गौर सं जहन अई मोमो के शकल देखलौं त चिंहुंक उठलौं । आ रे तोरि के ई त ..दल पिट्ठी अईछ यौ । मां बनबैत छल । चना दालि में अहिना आटा के पिट्ठी बना क उसीन क ओहि में देल जाइत छल ।
इ दलपिट्ठी के नबका वर्जन , आ बंद कोभी संगे सामन आयल मोमो खा क मोन मोमोआ जकां गेल । अहां की खेलौं हैं ....दलपिट्ठी कि मोमो यौ ???
abdi sundar laga padh kar maithili,aur momo se dal pithi tak ka safar bhi.
जवाब देंहटाएंशुक्रिया राज भाई
हटाएंहमरा हँसते हँसते पेट दुखा गया! पीडी शेयर किया था पोस्ट :)
जवाब देंहटाएंअरिस्स ..पूजा । अच्छा अच्छा तभिए हम कहे कि ई एतना दिन के बाद ई मोमो खाने के आया भाई । ई पीडीया को देते हैं कान कनैठी अभिए ।
हटाएं