शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

धुर ई मोमो त दलपिट्ठी निकलल यौ




ई छी उसनल मोमो , चटनी के संग


दिल्ली में अबय के बाद जे किछ चीज़ देख क झटका पर झटका लागल ओहि में आन चीज़ संगहि एकटा सामग्री हमेशा रहल । दिल्ली में  भेटय बला खाद्य पदार्थ , नामे सब फ़ास्ट फ़ूड , त ओहिना हमरा सब एहेन सुलो मोसन के लेल त ओहिना ऊ सब एक टा अजगुते आइटम बनि जाइत अईछ । पहिल बेर , चाउमीन के प्लेट देख क चित्कार मारि कर कूदि उठलौं । ई की छी यौ ,बीच में बीच में पडल , बंधा कोभी आ शिमला मिर्च के कतरा सब जानल पहचानल छल ।मुदा ई मोटका डोरी सबके बीच में एकर ओकाइते की । खैर बाद में पता चलल कि , ई ताहि टाईम में कम्मे में बेसी भकोसय लेल एक टा कुल मिला ठीके ठाक आयटम छल । खैर , एकरा बाद बरगर , हॉट डॉग , कहू त गर्म कुकुर , नाम ने देखल जाऊ , आ किदैन कहादैन स पाला पडैतै रहल , अखनो पडि जाइत अईछ । 



किछ साल पहिलें स दैखैत छी त , सर्दी आ आब त गर्मियो में , ठेली लग मार धिया पुता , छौंडा ,बचिया सब , प्लेट भरि भरि क उसनल आइटम चटनी लगा लगा सुसुआ सुसुआ कर खा रहल अईछ ।नाम पता चलल मोमो । मोमो , इह , खैर जहन देखलौं त ई मोमो दू तरह सं देल जाय रहल छहल । एकटा उसनल ,जाहि द देखलियै त पता चलल कि भाप पर उसनल जाइत छै , आ एकटा तरल । दुन्नु संगे एकदम कउरू चटनी आ बुझायल जे बंधा कोभी के पात के उसनल पईन मसल्ला संगे , सूप जकां । एक दिन ई मोमो जी सेहो सामने आबि गेला । उसनल आ तरल दुनु । खेला पर देखलौं त ई मोमो जी के पेटो में उसनल बंधा कोभी भरल छल । गौर सं जहन अई मोमो के शकल देखलौं त चिंहुंक उठलौं । आ रे तोरि के ई त ..दल पिट्ठी अईछ यौ । मां बनबैत छल । चना दालि में अहिना आटा के पिट्ठी बना क उसीन क ओहि में देल जाइत छल । 



इ दलपिट्ठी के नबका वर्जन , आ बंद कोभी संगे सामन आयल मोमो खा क मोन मोमोआ जकां गेल । अहां की खेलौं हैं ....दलपिट्ठी कि मोमो यौ ???


4 टिप्‍पणियां:

  1. abdi sundar laga padh kar maithili,aur momo se dal pithi tak ka safar bhi.

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  2. हमरा हँसते हँसते पेट दुखा गया! पीडी शेयर किया था पोस्ट :)

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    1. अरिस्स ..पूजा । अच्छा अच्छा तभिए हम कहे कि ई एतना दिन के बाद ई मोमो खाने के आया भाई । ई पीडीया को देते हैं कान कनैठी अभिए ।

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